नोएडा। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नोएडा स्टेडियम में आयोजित महाकौथिग में कहा कि उनका लक्ष्य देवभूमि को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाना है और इसके लिए किसी भी स्तर पर समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने प्रदेश के समग्र विकास, सुरक्षा और सांस्कृतिक संरक्षण पर अपने संकल्प को दोहराया।
धामी ने बताया कि अमृत परियोजना, ऑल वेदर रोड और उड़ान परियोजनाओं के माध्यम से राज्य के बुनियादी ढांचे का लगभग 70 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। पहले चरण के काम के पूरा होने के बाद रेल सेवा का ट्रायल शुरू होगा, जो पहाड़ों तक रेल पहुंचाने का उनके लंबे समय से पुराना सपना साकार करेगा। मुख्यमंत्री ने स्थानीय अर्थव्यवस्था और पर्यटन को बढ़ावा देने वाली अन्य परियोजनाओं का भी जिक्र किया। महिलाओं के सशक्तिकरण, एप्पल मिशन और नीति निर्माण पहलों को भी उन्होंने महत्व दिया।
धार्मिक और सांस्कृतिक सुरक्षा पर सख्त रुख
धामी ने कहा कि यह उपलब्धियां केवल विकास की नहीं, बल्कि उत्तराखंड की सांस्कृतिक और डेमोग्राफिक सुरक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि धर्मांतरण, लव जिहाद और हिंसा फैलाने वाली गतिविधियों को राज्य में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सरकार ने इसके लिए सख्त कानून बनाए हैं और बिना किसी दबाव के उन पर कार्रवाई की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में कानून सभी के लिए समान रूप से लागू हैं और राज्य की संस्कृति या कानून व्यवस्था को खतरे में नहीं आने दिया जाएगा। उन्होंने कांग्रेस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि पूर्व शासन के दौरान ऐसे लोग सुरक्षित रहते थे जो राज्य की सांस्कृतिक धरोहर के लिए खतरा बन सकते थे। अब उत्तराखंड की एक इंच जमीन भी किसी गलत मानसिकता वाले हाथ नहीं जाएगी।
राष्ट्रीय स्तर पर उत्तराखंड की उपलब्धियां
धामी ने गर्व के साथ कहा कि नीति आयोग की वर्ष 2023 की रैंकिंग में उत्तराखंड ने पूरे देश में पहला स्थान प्राप्त किया। साथ ही, किसानों की आय में वृद्धि और सर्वश्रेष्ठ राज्य पुरस्कार में प्रदेश ने शीर्ष स्थान हासिल किया। ये सभी उपलब्धियां उत्तराखंड के समग्र विकास और सांस्कृतिक संरक्षण का प्रमाण हैं।
समान नागरिक संहिता और सामाजिक एकता
मुख्यमंत्री ने कहा कि समान नागरिक संहिता उत्तराखंड से पूरे देश के लिए लाभकारी पहल होगी। राज्य में सभी वर्ग और समुदाय के लिए समान कानून लागू हैं और इसे भविष्य में और मजबूत किया जाएगा।
प्रवासी उत्तराखंडियों से अपील
धामी ने प्रदेश के प्रवासी उत्तराखंडियों से आग्रह किया कि वे देवभूमि की संस्कृति और परंपराओं को सुरक्षित रखें। उन्होंने कहा, “हमारे पूर्वज देवभूमि के थे और हम चाहते हैं कि उनकी धरोहर सुरक्षित रहे।”