मुरादाबाद। जिले में इस साल अब तक सुरक्षा बलों और अपराधियों के बीच 55 मुठभेड़ हुई हैं, जिसमें 120 अपराधियों को गिरफ्तार किया जा चुका है और 80 बदमाशों के पैर में गोली लगी है। सोमवार रात हुई मुठभेड़ में मेरठ के दो बदमाश—आसिफ उर्फ टिड्डा और उसका साथी दीनू—ढेर हो गए।
जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने इस साल जनवरी से ही जिले में अपराधियों पर शिकंजा कसना शुरू किया था। मूंढापांडे क्षेत्र में गोकशी के आरोपी को पहले मुठभेड़ में गिरफ्तार किया गया था, जिसके पैर में गोली लगी थी। पूछताछ में उसके अन्य साथी भी सामने आए। इसके बाद पुलिस ने कटघर, सिविल लाइंस, मझोला, पाकबड़ा, डिलारी और ठाकुरद्वारा सहित विभिन्न इलाकों में मुठभेड़ अभियान जारी रखा।
सोमवार रात की मुठभेड़ में पुलिस ने आसिफ और दीनू को गिरफ्तार करने के प्रयास में जवाबी फायरिंग की। एसएसपी सतपाल अंतिल और एसटीएफ मेरठ यूनिट के एएसपी बृजेश सिंह की बुलेटप्रूफ जैकेट पर गोली लगी, जिससे वे सुरक्षित रहे। जवाबी कार्रवाई में दोनों बदमाश गंभीर रूप से घायल हुए और जिला अस्पताल ले जाते समय उनकी मौत हो गई। मुठभेड़ स्थल से कार्बाइन, तीन पिस्टल और कारतूस बरामद किए गए हैं।
आसिफ उर्फ टिड्डा पर लूट, हत्या, रंगदारी, डकैती समेत 65 मामले दर्ज थे, जबकि दीनू पर 22 मुकदमे चल रहे थे। दोनों पर पुलिस ने पहले क्रमशः 1 लाख और 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।
एनकाउंटर का असर: कुछ आरोपियों ने किया सरेंडर
सात सितंबर को कटघर के भदौड़ा दुर्गेश नगर निवासी हिस्ट्रीशीटर कमल चौहान की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद पुलिस ने आरोपी सनी दिवाकर को मुठभेड़ में गिरफ्तार किया, जबकि लकी यादव और अनमोल कश्यप डर के कारण पुलिस ऑफिस पहुंचकर सरेंडर हो गए। तीसरे आरोपी मोनू पाल ने कोर्ट में सरेंडर किया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस साल मुठभेड़ की संख्या पिछले वर्षों के मुकाबले काफी बढ़ी है। 2023 में 10 और 2024 में 11 एनकाउंटर हुए थे, जिनमें कुल 15 अपराधी गिरफ्तार किए गए थे।
मुरादाबाद पुलिस का “आपरेशन लंगड़ा” अभियान अब तक जिले में अपराधियों पर लगातार शिकंजा कसने में सफल रहा है।