मुजफ्फरनगर। चरथावल क्षेत्र में रोनी हरजीपुर गांव के जंगलों में तेंदुआ अपने दो शावकों के साथ दिखाई देने के बाद ग्रामीणों में दहशत फैल गई है। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुँची और स्थानीय लोगों के साथ मिलकर इलाके में व्यापक तलाशी अभियान चलाया। बढ़ते खतरे को देखते हुए ग्रामीण हेलमेट पहनकर और लाठी-डंडों के साथ सतर्कता से जंगलों की कांबिंग कर रहे हैं। शनिवार देर रात वन विभाग ने पिंजरे में बकरी को चारा बनाकर तेंदुए को पकड़ने की कोशिश की, मगर सफलता नहीं मिली।
करीब एक महीने से रोनी हरजीपुर, बिरालसी, मंगनपुर और पिलखनी गांवों में तेंदुए की मौजूदगी लोगों की चिंता का कारण बनी हुई है। खासकर महिलाओं और बच्चों का अकेले खेतों में जाना बेहद जोखिम भरा हो गया है। हरजीपुर के खेत में तेंदुआ और उसके शावकों के दिखने के बाद भाकियू नेता विकास शर्मा के नेतृत्व में ग्रामीणों ने विरोध जताया, जिसके बाद वन विभाग ने तेजी से कार्रवाई शुरू की।
अधिकारियों के निर्देश पर वन विभाग के करीब 20 सदस्यीय दल ने सैकड़ों ग्रामीणों के साथ मिलकर हजारों बीघा जंगल में घंटों सर्च अभियान चलाया, मगर कोई सुराग नहीं मिला। खेतों, नहर किनारे और आसपास के घने हिस्सों की भी तलाशी ली गई, लेकिन तेंदुआ पकड़ में नहीं आया।
वन विभाग की टीम लगातार क्षेत्र में गश्त कर रही है। अधिकारियों ने किसानों से अपील की है कि वे अकेले खेतों में न जाएँ और समूह बनाकर ही खेती से जुड़े काम करें।