मुजफ्फरनगर। चरथावल थाना क्षेत्र के गांव रोनी हरजीपुर में पृथ्वीराज चौहान के सेनापति धीर सिंह की मूर्ति सरकारी स्कूल में लगाने पर हुए हंगामे की गाज पुलिसकर्मियों पर गिरी है। एसएसपी ने बिरालसी पुलिस चौकी के प्रभारी, बीट के सिपाही और एलआइयू के हेड कांस्टेबल को निलंबित कर दिया है। तीनों की लापरवाही सामने आई है।
रोनी हरजीपुर के सरकारी स्कूल में नौ जून को धीर सिंह की मूर्ति लगा दी गई थी। करीब दस घंटे तक चले हंगामे के बाद ग्रामीण मान गए थे। डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी और एसएसपी संजीव सुमन ने मामले की जांच कराई। एसएसपी ने चरथावल थाने की बिरालसी चौकी प्रभारी जय सिंह नागर, चौकी पर तैनात बीट के सिपाही रवि कुमार और एलआईयू के हेड कांस्टेबल जोगेंद्र सिंह की लापरवाही पर निलंबित कर दिया है। मामले की जांच सहायक पुलिस अधीक्षक आयुष विक्रम सिंह को सौंपी गई है।
ये था मामला
चरथावल क्षेत्र के गांव रोनी हरजीपुर में नौ जून को राजपूत समाज के लोगों ने सरकारी विद्यालय के परिसर में महाराजा पृथ्वीराज चौहान के सेनापति धीर सिंह की मूर्ति बिना प्रशासन की अनुमति लिए लगा दी थी। पता चलने पर प्रशासनिक अधिकारियों ने प्रतिमा को हटवाने के प्रयास किए तो कई गांवों के सैकड़ों लोगों ने एकत्र होकर विरोध जताया था। दस घंटे धरना दिया गया था। रात में डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी और एसएसपी संजीव सुमन ने गांव पहुंच कर मामला संभाला था। तब प्रतिमा गांव प्रधान विनोद सिंह पुंडीर की देखरेख में रखवा दी गई थी। मामले की गूंज लखनऊ तक हुई थी।
पहले लेखपाल और अब प्रधानाध्यापक भी निलंबित
बीएसए शुभम शुक्ला ने मूर्ति प्रकरण में प्राथमिक स्कूल के प्रधानाध्यापक अमरीश कुमार को भी निलंबित कर दिया है। प्रशासन के उच्चाधिकारियों को देरी से सूचना दी गई। खंड शिक्षा अधिकारी खतौली और शाहपुर को संयुक्त रूप से जांच सौंपी गई है। प्रधानाध्यापक को शाहपुर बीईओ कार्यालय से संबद्ध किया गया है। इससे पहले लेखपाल को निलंबित कर दिया गया था।
शुरू करा दी गई जांच : एसएसपी
एसएसपी संजीव सुमन ने कहा कि चौकी प्रभारी, बीट के सिपाही व एलआइयू के हेड कांस्टेबल की लापरवाही सामने आई हैं। तीनों को निलंबित कर प्रारंभिक जांच शुरू कराई है।