मुजफ्फरनगर। जिले में बने दस अंडरपास क्षेत्रवासियों की परेशानी का सबब बने है। बारिश का पानी भरने पर अंडरपास से राहगीरों को निकलना मुश्किल भरा काम है। थोड़ी सी बारिश होते ही अंडरपास पानी से लबालब हो जाते हैंं। व्यवस्था बनाने वाले अधिकारी भी केवल बारिश होने के बाद जागते है।
जिले में सबसे ज्यादा परेशानी खतौली और मंसूरपुर क्षेत्र में हैं। नगरीय क्षेत्र में बझेड़ी अंडरपास भी लोगों के लिए परेशानी खड़ी करता रहा है। शहर की कच्ची सड़क से थोड़ा आगे बने बझेड़ी अंडरपास से रोजाना कई हजार लोगों का आना जाना होता हैं। यह मार्ग दिल्ली-देहरादून हाईवे पर जाकर मिलता है।
शहर के लोग इस मार्ग काे हाईवे पर पहुंचने के लिए शार्टकट रास्ते के रूप में प्रयोग करते हैं। कांवड़ यात्रा के समय भी इस अंडर पास से लाखों शिव भक्त निकलते है। बावजूद इस अंडर पास के लिए भी जिम्मेदार अधिकारी जागरूक नहीं है। यहां थोड़ी सी बारिश होते ही पानी भर जाता है।
ट्रैक्टर लाकर निकाला जाता है पानी
लोगों का कहना है कि अंडरपास में पानी न भरे, इसके लिए कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई हैं। कहने के लिए यहां बोरिंग करना बताते हैं, लेकिन यह बोरिंग दिखाई नहीं देते। जब ज्यादा पानी भर जाता हैं तो किराए पर ट्रैक्टर लाकर पानी निकाला जाता है।
अंबरपुर निवासी प्रंशात का कहना है कि उनका आना जाना खतौली के बुआड़ा अंडर पास से होता है। मगर, थोड़ी बारिश में यहां कई कई फुट पानी भर जाता है। इससे उन्हें और अन्य लोगों को भारी परेशानी होती हैं। महमूदनगर निवासी वकार अहमद का कहना हैं कि बझेड़ी अंडरपास में बारिश के दौरान बहुत परेशानी उठानी पड़ती है।
जिले भर दस अंडर पास हैं। उनके क्षेत्र में तीन अंडरपास आते हैं। उन पर व्यवस्था सही है। - विजय शर्मा, सीनियर सेक्शन इंजिनियर, रेलवे।