छात्र जीवन में वित्तीय समझदारी जितनी जल्दी विकसित की जाए, भविष्य उतना ही आसान बनता है। कई युवा मानते हैं कि क्रेडिट स्कोर की जरूरत केवल नौकरी मिलने या लोन लेने के वक्त होती है, लेकिन असल में, यह स्कोर भविष्य में आपके लोन अप्रूवल और बेहतर क्रेडिट कार्ड ऑफर्स के लिए बेहद अहम होता है। अगर अभी से ही सही कदम उठाए जाएं, तो आगे चलकर फायदे कई गुना हो सकते हैं।
यहां हम बता रहे हैं ऐसे पांच ज़रूरी उपाय जिन्हें अपनाकर छात्र अपने क्रेडिट स्कोर को मजबूत बना सकते हैं:
1. सिक्योर क्रेडिट कार्ड से करें शुरुआत
जो स्टूडेंट्स अभी फाइनेंशियल जर्नी शुरू कर रहे हैं, उनके लिए सिक्योर क्रेडिट कार्ड एक बेहतरीन विकल्प है। यह कार्ड आमतौर पर फिक्स्ड डिपॉजिट के बदले में जारी होता है, जो क्रेडिट लिमिट भी तय करता है। नियमित और सीमित खर्च के साथ समय पर बिल चुका कर आप सकारात्मक भुगतान इतिहास बना सकते हैं।
2. समय पर भुगतान रखें प्राथमिकता
क्रेडिट स्कोर का बड़ा हिस्सा आपकी भुगतान आदतों से तय होता है। बिलों को समय पर चुकाना – चाहे वह क्रेडिट कार्ड का हो या एजुकेशन लोन – आपके स्कोर को बढ़ाता है। इसके लिए ऑटो डेबिट सेट करें या रिमाइंडर का सहारा लें।
3. क्रेडिट लिमिट का समझदारी से करें उपयोग
क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करते वक्त कोशिश करें कि आप अपनी कुल लिमिट का 30% से ज्यादा खर्च न करें। ज्यादा यूटिलाइजेशन से यह संकेत मिल सकता है कि आप आर्थिक दबाव में हैं, जिससे स्कोर गिर सकता है।
4. एजुकेशन लोन का करें सही इस्तेमाल
पढ़ाई के लिए लिया गया एजुकेशन लोन न केवल आपकी शिक्षा में मदद करता है, बल्कि एक बेहतर क्रेडिट हिस्ट्री बनाने का मौका भी देता है। मोराटोरियम पीरियड के बाद समय पर EMI भुगतान से आपका स्कोर बेहतर बनता है।
5. नियमित रूप से चेक करें क्रेडिट रिपोर्ट
आपकी फाइनेंशियल एक्टिविटी भले ही कम हो, लेकिन अपनी क्रेडिट रिपोर्ट समय-समय पर देखना जरूरी है। किसी भी गलती या अनधिकृत गतिविधि को समय रहते पकड़ना और ठीक करना जरूरी है ताकि स्कोर पर असर न पड़े।
अगर आप चाहते हैं कि आने वाले वर्षों में आपको बिना किसी परेशानी के लोन या क्रेडिट कार्ड मिले, तो इन सरल आदतों को आज से ही अपनाएं। छोटी-छोटी समझदारी भविष्य को आर्थिक रूप से सुरक्षित बना सकती है।