यूक्रेन और रूस के बीच तीन साल से जारी संघर्ष के बीच अब एक सकारात्मक संकेत सामने आया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने रविवार को बताया कि उनकी सरकार रूस के साथ कैदियों के आदान-प्रदान को फिर से शुरू करने की कोशिश कर रही है। इसका उद्देश्य लगभग 1200 यूक्रेनी सैनिकों को घर लौटाना है। राष्ट्रपति ने कहा कि इस पर कई स्तरों पर बातचीत और बैठकें चल रही हैं और विभिन्न माध्यमों से संपर्क बनाए जा रहे हैं।

यूक्रेन के राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा परिषद के सचिव रुस्तम उमेरोव ने शनिवार को बताया कि तुर्की और संयुक्त अरब अमीरात की मध्यस्थता में इस संबंध में चर्चा हुई। दोनों पक्षों ने 2022 में इस्तांबुल में बनाए गए कैदी आदान-प्रदान के नियमों को लागू करने पर सहमति जताई है। उमेरोव ने कहा कि अब तकनीकी और प्रक्रियात्मक निर्णय जल्द लिए जाएंगे और आशा जताई कि लौटे हुए सैनिक नए साल और क्रिसमस अपने परिवार के साथ मना सकेंगे।

वहीं, रूस का हमला यूक्रेन पर लगातार जारी है। ताजा जानकारी के अनुसार, रूस के ड्रोन हमलों ने ओडेसा क्षेत्र में बिजली और ऊर्जा सुविधाओं को नुकसान पहुँचाया, जिसमें एक सोलर पावर प्लांट भी प्रभावित हुआ। यूक्रेन सर्दियों के करीब आते ही लगातार हो रहे हवाई हमलों और बिजली कटौती से जूझ रहा है। यूक्रेनी वायु सेना के अनुसार, रूस ने एक रात में 176 ड्रोन और एक मिसाइल दागी, जिनमें से 139 को यूक्रेनी सेना ने नष्ट किया या बेअसर किया।

रूस के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया कि उसने 57 यूक्रेनी ड्रोन को नष्ट किया। इस बीच, यूक्रेन अपनी सीमाओं की सुरक्षा बनाए रखने और रूस की आक्रामकता को रोकने में जुटा है, जबकि कैदियों को जल्द से जल्द घर लौटाने के प्रयास भी जारी हैं, ताकि वे अपने परिवार के साथ त्योहार मना सकें।