इज़राइल ने शनिवार को बताया कि गाज़ा पट्टी में हमास के हमले के दौरान लापता हुए एक थाई नागरिक का शव बरामद कर लिया गया है। थाई नागरिक नट्टापोंग पिंटा, जो कृषि कार्य हेतु इज़राइल आया था, 7 अक्टूबर 2023 को संघर्ष की शुरुआत के दौरान किबुत्ज़ नीर ओज से अगवा किया गया था। इज़राइली रक्षा मंत्रालय के अनुसार, उसका शव दक्षिणी गाज़ा के राफा इलाके से मिला है।
गाज़ा में इज़राइली सैन्य अभियान लगातार जारी है। गाज़ा स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 24 घंटों में कम से कम 95 लोगों की जान गई है। हमास के एक सहयोगी संगठन मुजाहिदीन ब्रिगेड द्वारा पिंटा को बंदी बनाया गया था। यही गुट पहले दो अन्य इज़राइली-अमेरिकी बंधकों — जुडीह वेनस्टीन और गाद हाग्गई — को भी अगवा कर चुका है, जिनके शव हाल ही में मिले थे। शनिवार को गाज़ा सिटी में इस संगठन के प्रमुख असद अबी शरैया को भी इज़राइल ने निशाना बनाकर मार गिराया।
बंधकों को लेकर बढ़ता जनाक्रोश, रैलियों में संघर्षविराम की मांग
इज़राइल का कहना है कि गाज़ा में अब भी 55 बंधक मौजूद हैं, जिनमें से आधे से अधिक की मौत हो चुकी है। शनिवार शाम को देशभर में लोगों ने रैलियाँ निकालकर सभी बंधकों की सुरक्षित वापसी के लिए संघर्षविराम समझौते की मांग की।
हमास ने बंधक मतन जांगाउकर को लेकर चेतावनी जारी की है कि यदि इज़राइली सेना ने उस स्थान पर कार्रवाई की जहां वह बंदी है, तो उसके परिणामों की जिम्मेदारी इज़राइल की होगी। इस पर इज़राइल की सेना ने कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी।
गाज़ा में बमबारी से बच्चों सहित कई लोगों की मौत
शिफा और अल-अहली अस्पतालों के अनुसार, गाज़ा सिटी में हुए हमले में एक ही परिवार के छह सदस्य मारे गए, जिनमें दो बच्चे भी शामिल थे। उत्तरी गाज़ा में एक अपार्टमेंट पर हमले में एक मां और उसके पांच बच्चों सहित सात लोगों की जान चली गई।
राफा और खान यूनिस के बीच स्थित मुवासी क्षेत्र में भी इज़राइल ने चार अलग-अलग हमले किए। इस क्षेत्र में नागरिकों के बीच भय और हताशा का माहौल है।
गाज़ा में खाद्य संकट और सहायता वितरण में बाधा
लगातार सैन्य कार्रवाइयों और नाकाबंदी के चलते गाज़ा की लगभग 2 मिलियन आबादी मानवीय सहायता पर निर्भर हो गई है। इज़राइली सेना ने आगाह किया है कि सहायता वितरण के क्षेत्र भी रात के समय संघर्ष क्षेत्रों में तब्दील हो सकते हैं। शनिवार को कुछ संदिग्धों द्वारा सैनिकों के पास आने की कोशिश की गई, जिस पर चेतावनी स्वरूप गोलियां चलाई गईं।
सेना के एक अधिकारी ने बताया कि गोलीबारी वितरण स्थल से लगभग एक किलोमीटर दूर हुई। पिछले दो सप्ताह में सहायता केंद्रों के आसपास कई बार गोलीबारी की घटनाएं हुई हैं।
हमास पर सहायता में हस्तक्षेप का आरोप, संयुक्त राष्ट्र ने किया इनकार
इज़राइल का आरोप है कि हमास ने संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व में दी जाने वाली मानवीय सहायता को हथिया लिया है, जबकि संयुक्त राष्ट्र और अन्य सहायता संगठनों ने इसे नकारते हुए कहा है कि सुरक्षा और आवागमन पर लगे प्रतिबंधों के चलते वितरण प्रभावित हुआ है।
7 अक्टूबर से अब तक का नुकसान
हमास के नेतृत्व में 7 अक्टूबर को शुरू हुए हमले में लगभग 1,200 लोग मारे गए थे और 251 लोगों को बंधक बना लिया गया था। इनमें से कई को संघर्षविराम या अन्य समझौतों के माध्यम से रिहा किया जा चुका है। इज़राइली सेना अब तक आठ जीवित बंधकों को छुड़ा चुकी है, जबकि दर्जनों के शव बरामद किए गए हैं।
गाज़ा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इज़राइली अभियान में अब तक 54,000 से अधिक फिलीस्तीनियों की मौत हो चुकी है, जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। इस संघर्ष ने गाज़ा की बड़ी आबादी को विस्थापित कर दिया है और बुनियादी ढांचे को गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त किया है।