कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने भाजपा अध्यक्ष अनुराग ठाकुर की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर तीखा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि जिस पांच-छह लोकसभा सीटों का इलेक्ट्रॉनिक वोटर डाटा भाजपा ने जारी किया है, उसे एक विधानसभा सीट के लिए कांग्रेस जुटाने में छह महीने लगे थे। पवन ने सवाल किया कि भाजपा को यह डेटा कहां से मिला।
भाजपा और चुनाव आयोग के बीच ‘गहरी समझ’ का आरोप
पवन खेड़ा ने दावा किया कि यह साबित करता है कि भाजपा नेताओं का चुनाव आयोग से गहरा तालमेल है। उन्होंने कहा, “जो डाटा भाजपा ने जारी किया है, वह एक गंभीर अपराध का सबूत है। हम मांग करते हैं कि इसे 24 घंटे में हमें सौंपा जाए ताकि जांच आगे बढ़ सके।”
वाराणसी की वोटर लिस्ट सार्वजनिक करने की मांग
कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि अगर भाजपा के पास इलेक्ट्रॉनिक वोटर लिस्ट है, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सीट वाराणसी की सूची भी सार्वजनिक की जाए। पवन के अनुसार इससे यह पता चल सकेगा कि प्रधानमंत्री वास्तव में अपनी सीट पर विजयी हुए थे या नहीं।
‘2024 के चुनाव फर्जी वोटर लिस्ट पर हुए’
पवन ने आरोप लगाया कि पूरे 2024 लोकसभा चुनाव फर्जी वोटर लिस्ट पर कराए गए। उन्होंने कहा, “हमने तो सिर्फ एक विधानसभा के 50 बूथों की लिस्ट पेश की थी, लेकिन भाजपा ने पांच-छह लोकसभा क्षेत्रों का डाटा दिखा दिया। इससे साबित होता है कि चुनाव फर्जी वोटर लिस्ट पर हुए।”
लोकसभा चुनाव रद्द करने की मांग
कांग्रेस नेता ने कहा कि जब भाजपा खुद फर्जी वोटर की मौजूदगी स्वीकार कर रही है, तो 2024 लोकसभा चुनाव को अवैध घोषित किया जाना चाहिए। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से अपील की कि वे मिलकर वोटर लिस्ट को पूरी तरह त्रुटिरहित बनाने पर चर्चा करें।