केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) की सब-इंस्पेक्टर गीता सामोता ने एक नई मिसाल कायम की है। वे माउंट एवरेस्ट की चोटी पर पहुंचने वाली CISF की पहली महिला अधिकारी बन गई हैं। 8,849 मीटर ऊंचे इस पर्वत को सोमवार को फतह कर गीता ने बल के 56 साल के इतिहास में यह उपलब्धि हासिल की।
सीआईएसएफ प्रवक्ता के अनुसार, एवरेस्ट पर पहुंचना गीता के लिए व्यक्तिगत उपलब्धि तो थी ही, साथ ही यह भारत और बल की दृढ़ इच्छाशक्ति और साहस का प्रतीक भी बना। वर्तमान में गीता सामोता उदयपुर एयरपोर्ट यूनिट में तैनात हैं। वे राजस्थान के सीकर जिले के चाक गांव से ताल्लुक रखती हैं और पहले एक होनहार हॉकी खिलाड़ी रह चुकी हैं। लेकिन चोट के चलते उन्हें खेल छोड़ना पड़ा।
पर्वतारोहण का सफर
CISF में 2011 में शामिल हुईं गीता ने पर्वतारोहण में विशेष प्रशिक्षण लिया और 2019 में उन्होंने उत्तराखंड की माउंट सतोपंथ (7075 मीटर) और नेपाल की माउंट लोबुचे (6119 मीटर) पर चढ़ाई कर केंद्रीय अर्धसैनिक बलों (CAPF) में यह उपलब्धि हासिल करने वाली पहली महिला का गौरव प्राप्त किया।
सात शिखरों में चार पर चढ़ाई
2021 और 2022 के बीच गीता ने दुनिया की चार प्रमुख पर्वत चोटियों पर विजय पाई। इसमें ऑस्ट्रेलिया का माउंट कोसियसज़को (2228 मीटर), रूस का माउंट एल्ब्रस (5642 मीटर), तंजानिया का माउंट किलिमंजारो (5895 मीटर), और अर्जेंटीना का माउंट एकॉनकागुआ (6961 मीटर) शामिल हैं।
गीता ने केवल छह महीने और 27 दिनों में इन चार चोटियों पर चढ़कर एक नया भारतीय रिकॉर्ड बनाया। इसके अतिरिक्त, वे लद्दाख के रूपशु क्षेत्र में तीन दिन के भीतर पाँच अलग-अलग चोटियों पर सफलतापूर्वक चढ़ने वाली पहली महिला बनीं। इनमें तीन चोटियाँ 6000 मीटर से अधिक और दो 5000 मीटर से अधिक ऊंचाई की थीं।
राष्ट्रीय सम्मान
उनकी इन उपलब्धियों के लिए उन्हें अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2023 पर दिल्ली महिला आयोग द्वारा सम्मानित किया गया। इसके अलावा नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने भी उन्हें “गिविंग विंग्स टू ड्रीम्स अवॉर्ड 2023” से नवाज़ा।