रक्षाबंधन के मौके पर टाटा मोटर्स कमर्शियल व्हीकल्स ने ट्रक चालकों के लिए एक भावनात्मक पहल की है। ‘रक्षा का बंधन टाटा ट्रक्स, देश के ट्रक्स’ अभियान के तहत, जमशेदपुर प्लांट की दुर्गा लाइन में कार्यरत महिला कर्मचारियों ने देशभर के ट्रक चालकों के नाम हाथ से लिखे पत्र और राखियां भेजीं।
ये महिलाएं रोजाना फैक्ट्री में ट्रकों की मजबूती, सुरक्षा और विश्वसनीयता को आकार देती हैं, और इस बार उन्होंने उन अनजान ‘भाइयों’ — यानी ट्रक चालकों — के लिए अपना स्नेह भेजा, जो इन ट्रकों को देश के कोने-कोने तक पहुंचाते हैं।
हर लिफाफे में एक राखी और एक आत्मीय संदेश शामिल है, जिसमें केवल सुरक्षा की कामना नहीं, बल्कि सम्मान, आभार और एक अदृश्य रिश्ते की भावना भी है। भले ही ये महिलाएं चालकों से कभी मिली नहीं हैं, लेकिन उनके बनाए ट्रक ड्राइवरों के जीवन का अहम हिस्सा बनते हैं। इस तरह फैक्ट्री से लेकर सड़कों तक एक अनकहा रिश्ता जुड़ गया।
इस पहल के जरिए टाटा मोटर्स ने यह संदेश दिया कि जहां मशीनें सामान ढोती हैं, वहीं इंसान भावनाएं और विश्वास ले चलते हैं। रक्षाबंधन के इस विशेष अवसर पर यह याद दिलाया गया कि असली ताकत मशीनों में नहीं, बल्कि उन्हें बनाने और चलाने वाले लोगों में होती है।
जमशेदपुर प्लांट की दुर्गा लाइन की जनरल मैनेजर किरण नरेंद्र ने बताया कि महिला कर्मचारियों ने स्वयं यह विचार रखा कि जो ड्राइवर भाई गाड़ियां चलाते हैं, उन्हें रक्षा सूत्र भेजकर सुरक्षित और सुखद यात्रा की शुभकामनाएं दी जाएं। इसके तहत सभी ने खुद राखियां तैयार कीं और उन्हें स्नेह के साथ ट्रक चालकों तक पहुंचाया।