दिल्लीवासियों के लिए एक अच्छी खबर है—अब वे अपनी ही राजधानी में क्रूज की सैर का आनंद ले सकेंगे। यमुना नदी में इस साल नवंबर से क्रूज सेवा शुरू की जाएगी। इस पहल का उद्देश्य यमुना को पुनर्जीवित करना और राजधानी में पर्यटन को बढ़ावा देना है।
यह क्रूज सेवा सोनिया विहार से लेकर जगतपुर स्थित शनि मंदिर तक चलाई जाएगी। परियोजना को अमल में लाने के लिए पांच प्रमुख एजेंसियों ने आपसी सहमति (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इसमें इनलैंड वॉटरवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया (IWAI), दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA), दिल्ली जल बोर्ड (DJB), दिल्ली पर्यटन एवं परिवहन विकास निगम (DTTDC) और सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग शामिल हैं।
भूमि से लेकर चार्जिंग तक, एजेंसियां निभाएंगी भूमिका
डीडीए क्रूज संचालन के लिए जेट्टी निर्माण हेतु भूमि उपलब्ध कराएगा, जबकि सिंचाई विभाग नेविगेशन संबंधी सहयोग प्रदान करेगा। इसके साथ ही चार्जिंग सुविधाएं और अन्य जरूरी बुनियादी ढांचा भी मुहैया कराया जाएगा।
राज्य के पर्यटन मंत्री कपिल मिश्रा ने बताया कि क्रूज सेवा के लिए सभी तैयारियां लगभग पूरी हैं और काम आवंटित किया जा चुका है। जेट्टी का निर्माण कार्य जारी है और नवंबर में क्रूज सेवा शुरू होने की उम्मीद है।
दो क्रूज से होगी शुरुआत, टिकट दर पर विचार जारी
एक अधिकारी के अनुसार, आरंभ में दो क्रूज नौकाओं से सेवा की शुरुआत की जाएगी। हालांकि टिकट की कीमतों को लेकर अभी निर्णय नहीं लिया गया है। अनुमान है कि सर्दियों में इस सेवा को अच्छी प्रतिक्रिया मिलेगी। गर्मियों में भी इसका संचालन जारी रहेगा, जबकि मानसून के दौरान सेवा अस्थायी रूप से बंद की जाएगी।
क्रूज में मिलेंगी आधुनिक सुविधाएं
क्रूज नौकाओं में इन-बोर्ड बायो-टॉयलेट (जीरो डिस्चार्ज), अनाउंसमेंट सिस्टम और यात्रियों के लिए लाइफ जैकेट्स जैसी सुविधाएं होंगी। सुरक्षा की जिम्मेदारी क्रूज ऑपरेटर की होगी, जिसमें यात्रियों और स्टाफ के साथ-साथ नदी का उपयोग करने वालों की सुरक्षा भी शामिल है। एयर कंडीशन वाली बोट्स या तो लीज पर होंगी या दो साल से अधिक पुरानी नहीं होंगी। हर दिन कम से कम चार ट्रिप का संचालन अनिवार्य रहेगा।