73वां गणतंत्र दिवस समारोह पूरे हिमाचल प्रदेश में हर्षोल्लास व उत्साह के साथ मनाया गया। राज्यस्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर आयोजित किया। इसके अलावा जिलों में भी जिला स्तरीय समारोह हुए। इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी धूम रही। लोक कलाकारों ने प्रदेश के विभिन्न जिलों के लोक नृत्यों की प्रस्तुति देकर समारोह में चार चांद लगाए। केलांग में बर्फ के बीच माइनस डिग्री तापमान में जिला स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह मनाया गया।
वहीं, राजधानी शिमला में हल्की बारिश-बर्फबारी के बीच समारोह हुआ। राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने शिमला के ऐतिहासिक रिज पर राज्य स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया और मार्च पास्ट की सलामी ली। राज्यपाल ने इस अवसर पर परेड का निरीक्षण किया और परेड कमांडर 2 नागा रेजिमेंट जतोग के कैप्टन गुरदेव सिंह के नेतृत्व में भव्य मार्च पास्ट की सलामी ली। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और उनकी पत्नी डॉ. साधना ठाकुर भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

मार्च पास्ट में सेना, भारत तिब्बत सीमा पुलिस, हिमाचल प्रदेश सशस्त्र पुलिस, राज्य पुलिस, गृह रक्षक, अग्निशमन सेवाएं और हिमाचल प्रदेश डाक सेवाएं, आपदा प्रबंधन, पूर्व सैनिक, एनसीसी व एनएसएस आदि के कैडेट्स शामिल रहे। गणतंत्र दिवस समारोह में विभिन्न विभागों की विकासात्मक गतिविधियों को दर्शाती झांकियां भी प्रस्तुत की गईं।

राज्य स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह में बिजली बोर्ड की महिला सशक्तीकरण को लेकर तैयार झांकी आकर्षण का केंद्र रही। इसका मुख्य उद्देश्य महिलाओं को अधिमान देना था। झांकी में महिलाएं दफ्तर में बैठकर क्लर्क का काम और खंभे पर चढ़कर बिजली बहाल करती नजर आईं। साथ ही तकनीकी कर्मचारी महिलाएं स्वतंत्र रूप से विद्युत आपूर्ति को बहाल रखने में अपना योगदान करती दिखाई दीं। ं

ग्रामीण विकास विभाग और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की झांकियों को संयुक्त रूप से प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया। नगर निगम शिमला को दूसरा और शिक्षा विभाग की झांकी को तीसरा पुरस्कार प्राप्त हुआ। राज्यपाल ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की उपस्थिति में पुरस्कार प्रदान किए।

राज्यपाल ने सरकारी क्षेत्र में महात्मा गांधी स्वास्थ्य सेवा संस्थान खनेरी रामपुर को तथा लॉयन रियोन डायलेसिस एवं हेल्थ केयर सेंटर न्यू शिमला को आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के बेहतर संचालन के लिए सम्मानित किया। पर्यटन व अन्य विभागों की झांकियां भी प्रस्तुत की गईं।

नागा रेजिमेंट की ओर से प्रस्तुत ड्रिल भी सराहनीय रही। बर्फबारी और खराब मौसम के चलते सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन शिमला के गेयटी थियेटर में किया गया। सूचना एवं जन संपर्क विभाग के कलाकारों ने कोविड महामारी से संबंधित एक जागरूकता कार्यक्रम और लघु नाटिका प्रस्तुत की। उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र (पंजाब) के कलाकारों ने भांगड़ा और जिंदुआ की प्रस्तुती दी, जोकि सभी के आकर्षण का केंद्र रही।

विभिन्न जिलों से आए लोग सांस्कृतिक दलों ने लोक संस्कृति की झलक प्रस्तुत कर सराहना बटोरी। कलाकारों ने प्रदेश के प्रसिद्ध लोक नृत्य नाटी के अलावा, थाली नृत्य, कुल्लूवी नाटी पेश कर समां बांधा। इस अवसर पर शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज, नगर निगम की मेयर सत्या कौंडल, विधायक बलबीर वर्मा, मुख्य सचिव राम सुभग सिंह, पुलिस महानिदेशक संजय कंडू और विभिन्न प्रशासनिक, पुलिस और सेना के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

वहीं, गणतंत्र दिवस पर जिला स्तरीय समारोह कुल्लू के ऐतिहासिक ढालपुर मैदान में आयोजित किया गया। इस मौके पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री सरवीण चौधरी ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया। पुलिस, होमगार्ड, आईटीबीपी, एसएसबी, एनसीसी, एनएसएस की टुकड़ियों की ओर से मार्च पास्ट प्रस्तुत किया गया।

इस दौरान लोक संपर्क विभाग और भाषा एवं संस्कृति विभाग के कलाकारों ने सांस्कृतिक और देश भक्ति पर प्रस्तुतियां दीं। गणतंत्र दिवस समारोह कोरोना नियमों का पालन करते हुए सादगीपूर्ण, लेकिन आकर्षक ढंग से मनाया गया।

गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि की ओर से विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले व्यक्तियों को सम्मानित भी किया गया। वहीं, लाहौल-स्पीति का जिलास्तरीय समारोह केलांग में माइनस डिग्री तापमान में आयोजित किया गया।

समारोह के मुख्यातिथि मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा ने ष्ट्रीय ध्वज फहराया और मार्च पास्ट की सलामी ली। इस दौरान पुलिस, होमगार्ड, आईटीबीपी, एसएसबी, एनसीसी समेत अन्य ने बर्फ पर परेड की देशभक्ति का उदाहरण दिया।

मंडी में जिला स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह सेरी मंच पर आयोजित किया गया। खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मंत्री राजेंद्र गर्ग समारोह में मुख्यातिथि रहे और राष्ट्रीय ध्वज फहराया। मंत्री ने मार्च पास्ट की सलामी ली।

कांगड़ा जिले में जिला स्तरीय णतंत्र दिवस समारोह धर्मशाला में आयोजित किया गया। इस दौरान मुख्यातिथि मंत्री सुखराम चौधरी ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और परेड की सलामी ली। इसके अलावा जिले के अन्य भागों में भी सादगी के साथ गणतंत्र दिवस मनाया गया।

वहीं, चंबा के ऐतिहासिक चौगान में जिला स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह में पुलिस व होमगार्ड के जवानों के अलावा एनसीसी, एनएसएस की ओर से भव्य परेड निकाली गई। इस दौरान सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी हुईं। भरमौर और भाटियात के लोकनृत्य को पेश कर कलाकारों ने सराहना बटोरी। मंत्री वीरेंद्र कंवर ने परेड की सलामी ली।

हमीरपुर के जिला स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह में उद्योग मंत्री विक्रम ठाकुर ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इस अवसर पर उन्होंने भव्य मार्च पास्ट की सलामी भी ली। समारोह के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए।

सिरमौर का जिला स्तरीय गणतंत्र दिवस में वन मंत्री राकेश पठानियां ने सर्वप्रथम ध्वजारोहण किया और परेड का निरीक्षण किया। इसके बाद वन मंत्री ने पुलिस, होमगार्ड जवानों व एनसीसी कैडेट्स द्वारा आयोजित भव्य मार्चपास्ट की सलामी ली। कार्यक्रम में स्कूली बच्चों द्वारा रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए।