हिमाचल प्रदेश में मौसम विभाग द्वारा जारी ऑरेंज अलर्ट के बीच रातभर हुई बारिश से कई जिलों में भूस्खलन और अचानक बाढ़ की घटनाएं सामने आई हैं। कांगड़ा, बिलासपुर, हमीरपुर, सोलन, ऊना, चंबा, कुल्लू और मनाली के सभी शैक्षणिक संस्थान सोमवार को बंद रहे। लाहौल-स्पीति के केलांग और उदयपुर उपमंडल के स्कूल भी बंद रहे। सोमवार सुबह तक राज्य में तीन नेशनल हाईवे सहित 628 सड़कें बंद रहीं, 1,533 बिजली ट्रांसफार्मर और 168 जल आपूर्ति योजनाएं प्रभावित हुईं।
भूस्खलन से चंबा जिले में 54 सड़कें बाधित रही। 409 ट्रांसफार्मर बंद होने से रात को लोगों ने अंधेरे में समय बिताया। ऊना-हमीरपुर रोड लठियाणी से चार किलोमीटर ऊपर भूस्खलन से सड़क सुबह बंद हुई, बाद में इसे बहाल किया गया। पवित्र मणिमहेश यात्रा में श्रद्धालुओं की आवाजाही जारी रही।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार, 26 से 31 अगस्त तक राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी है। बीती रात कई जगहों पर अधिकतम बारिश दर्ज हुई: काहू 190.5 मिमी, जोत 159.2 मिमी, बरठीं 156.4 मिमी, नयना देवी 148.4 मिमी, घाघस 148.0 मिमी, बिलासपुर 140.8 मिमी, भटियात 140.2 मिमी, मालरांव 120.0 मिमी, अंब 111.0 मिमी, अघार 110.6 मिमी, बंगाणा 104.0 मिमी, रायपुर मैदान 98.2 मिमी।
प्रदेश में इस मानसून में 20 जून से 24 अगस्त तक 303 लोगों की मौत हो चुकी है, 360 लोग घायल हुए हैं और 37 अभी भी लापता हैं। सड़क हादसों में 148 लोगों की जान गई। भूस्खलन, बाढ़ और बादल फटने से अब तक 3,556 घर और दुकानें क्षतिग्रस्त हुई हैं। 2,766 गोशालाओं को नुकसान पहुंचा है और 1,833 पालतू पशुओं की मौत हुई है। कुल आर्थिक नुकसान 2,34,862.66 लाख रुपये आंका गया है।
बंगाणा क्षेत्र में लगातार बारिश से जनजीवन प्रभावित है। कई सड़कें बंद हैं, नदियां उफान पर हैं और खेतों में जलभराव से मक्की की फसल को नुकसान हुआ है। टकोली पंचायत के दगहाड गांव में हरनाम सिंह का मकान गिर गया। कई अन्य घरों में भी पानी घुसा। एसडीएम सोनू गोयल ने लोगों से सतर्क रहने का निर्देश दिया।
बिलासपुर में किरतपुर-मनाली फोरलेन भूस्खलन की वजह से दोबारा बंद हुई। पुराने चडीगढ़-मनाली हाईवे पर भी भूस्खलन हुआ। समलेटू के पास दिल्ली से बैजनाथ जा रही एक निजी वोल्वो पर पहाड़ी से पत्थर गिरने से पांच लोग घायल हुए और बस की कुछ खिड़कियों के शीशे टूट गए। भूस्खलन के कारण सड़क किनारे खड़ी दो गाड़ियां भी क्षतिग्रस्त हुईं।