गाजियाबाद के भोजपुर क्षेत्र के गांव मुकीमपुर में रहने वाले मनीष कुमार ने शादी के बाद लगातार ससुराल और पत्नी की प्रताड़ना और ताने झेलने के बाद कीटनाशक का सेवन कर लिया। मनीष को उपचार के लिए पिलखुवा स्थित मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
मनीष की शादी दो साल पहले बुलंदशहर के थाना अहमदगढ़ के गांव ककरियां खेरा निवासी वर्षा के साथ हुई थी। आरोप है कि शादी के बाद से ही मनीष को पैतृक संपत्ति पत्नी के नाम कराने के लिए दबाव और प्रताड़ना झेलनी पड़ रही थी।
मनीष के छोटे भाई हर्ष कुमार ने बताया कि अगस्त माह में वर्षा अपने मायके चली गई थी। मनीष ने 8 सितंबर को उसे लेने ससुराल जाने का फैसला किया, जहां ससुराल वालों ने संपत्ति वर्षा के नाम न कराने पर उसे अपमानित किया और धमकी दी कि यदि ऐसा नहीं किया तो झूठे मुकदमों में जेल भेज देंगे। ससुराल वालों ने ताने देते हुए कहा कि यदि संपत्ति का हस्तांतरण नहीं किया तो जहर खाकर मर जाओ और कभी हमारे घर मत आना।
इस दबाव और अपमान के चलते मनीष ने 10 सितंबर को कीटनाशक का सेवन कर लिया। परिजन उन्हें पिलखुवा अस्पताल लेकर आए, लेकिन लगभग एक सप्ताह तक चले इलाज के बाद मनीष की मौत हो गई।
मनीष ने मृत्यु से पहले अपने बयान दिए थे, जिनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। शनिवार रात हर्ष कुमार ने भोजपुर थाने में तहरीर दी। इस पर एसीपी मोदीनगर अमित सक्सेना ने बताया कि पत्नी वर्षा, ससुर अनिल, चचिया-ससुर सुनील और वर्षा की दादी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गई है।