मुजफ्फरनगर। शहर के वार्ड संख्या 33 में चल रहे नाला निर्माण कार्य में गंभीर अनियमितताएं सामने आई हैं। जल निकासी की समुचित व्यवस्था न होने, निर्माण तकनीक में लापरवाही और इस्तेमाल की गई सामग्री की गुणवत्ता पर सवाल उठे हैं। शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए नगर पालिका चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने कड़ा कदम उठाया है।
चेयरपर्सन ने संबंधित अवर अभियंता कपिल कुमार को तीन वार्डों 33, 49 और 25 में चल रहे सभी निर्माण कार्यों से हटा दिया है और उनसे स्पष्टीकरण भी तलब किया गया है। साथ ही जांच पूरी होने तक संबंधित ठेकेदार के भुगतान पर रोक लगा दी गई है।
वार्ड संख्या 33 की महिला सभासद सीमा जैन ने कुछ दिन पहले इस संबंध में राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल और चेयरपर्सन को लिखित शिकायत दी थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि रजवाहा रोड पर श्मशान घाट से बालाजी मंदिर मार्ग चौराहे तक बनाए जा रहे नाले में भारी खामियां हैं, जिससे भविष्य में जलभराव की समस्या पैदा हो सकती है।
शिकायत के बाद 17 दिसंबर को चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने स्वयं मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान यह सामने आया कि मंडी समिति राजवाहा रोड पर सड़क किनारे सौंदर्यीकरण के तहत साइड पटरी तो बनाई गई है, लेकिन जल निकासी के लिए नाली या नाले की कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई। पुराने नाले को बंद कर उस पर निर्माण कर दिया गया है, जिससे बारिश के समय सड़क पर पानी भरने की आशंका जताई गई है। इसके अलावा निर्माण सामग्री की गुणवत्ता भी संतोषजनक नहीं पाई गई।
प्रशासन ने अब इन वार्डों के निर्माण कार्यों की जिम्मेदारी अवर अभियंता राजीव कुमार सोनकर को सौंपी है। नगर पालिका प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि जांच पूरी होने के बाद दोषियों के खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाएगी।