मुजफ्फरनगर। समाजवादी पार्टी कार्यालय में एसआईआर अभियान को लेकर समीक्षा बैठक आयोजित की गई, जिसमें पार्टी नेताओं ने निर्वाचन आयोग पर गंभीर आरोप लगाए। सांसद हरेन्द्र मलिक ने कहा कि एसआईआर के नाम पर आम मतदाताओं को परेशान किया जा रहा है, जबकि वास्तविक समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया जा रहा।
उन्होंने कहा कि घुसपैठियों की पहचान करने की जगह भारतीय नागरिकों को ही अपनी नागरिकता और वोट साबित करने के लिए मजबूर किया जा रहा है, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। मलिक ने कार्यकर्ताओं को चेताते हुए कहा कि फार्म भरवाने की प्रक्रिया के बहाने मतदाता सूची में गड़बड़ी और वोट हटाने की साजिश हो सकती है, इसलिए सभी को सतर्क रहकर काम करना होगा।
सपा के प्रदेश प्रभारी और राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रो. भुवन जोशी ने भी अभियान को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि निर्वाचन आयोग का यह ‘स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन’ नहीं, बल्कि भाजपा का ‘स्पेशल इंटेंसिव रैगिंग’ जैसा लग रहा है।
जोशी ने दावा किया कि पीडीए (पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक) वर्ग के मतदाताओं के वोट हटाने की कोशिशें की जा रही हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे मतदाता सूची में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी रोकने के लिए संघर्ष के लिए तैयार रहें।
बैठक की अध्यक्षता सपा जिलाध्यक्ष एड्वोकेट जिया चौधरी ने की, जबकि संचालन राष्ट्रीय सचिव राकेश शर्मा ने किया।