गुजरात के अहमदाबाद में हाल ही में हुए हादसे के बाद सुर्खियों में आए बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान को लेकर एक और मामला सामने आया है। इस बार यह मामला भारत नहीं, बल्कि ब्रिटेन से सामने आया है। लंदन के हीथ्रो एयरपोर्ट से चेन्नई के लिए रवाना हुई ब्रिटिश एयरवेज की एक उड़ान को उड़ान भरने के कुछ समय बाद तकनीकी खामी के चलते वापस लौटना पड़ा।

उड़ान के कुछ देर बाद ही आई तकनीकी दिक्कत

रविवार को ब्रिटिश एयरवेज की फ्लाइट BA35, लंदन से दोपहर 1:16 बजे (स्थानीय समयानुसार) चेन्नई के लिए रवाना हुई। उड़ान में लगभग 36 मिनट की देरी हुई थी। उड़ान भरने के कुछ मिनट बाद जब विमान 15,000 फीट की ऊंचाई पर था, तब फ्लैप सिस्टम में खराबी के संकेत मिले, जिससे पायलट सतर्क हो गए।

होल्डिंग पैटर्न में रहा विमान, आसमान में ही गिराया गया ईंधन

सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए विमान को डोवर चैनल क्षेत्र में होल्डिंग पैटर्न में रखा गया। लगभग आधे घंटे तक विमान 12,000 फीट की ऊंचाई पर घूमता रहा और सुरक्षित लैंडिंग सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त ईंधन हवा में ही निकाला गया ताकि वजन कम हो सके। कुल मिलाकर लगभग 1 घंटे 45 मिनट बाद विमान को हीथ्रो हवाई अड्डे पर सुरक्षित उतार लिया गया। विमान में सवार सभी यात्री और क्रू सदस्य सुरक्षित रहे।

उड़ान रद्द, एयरलाइन की प्रतिक्रिया का इंतजार

ब्रिटिश एयरवेज की वेबसाइट पर यह उड़ान अब रद्द दिख रही है। हालांकि, एयरलाइन की ओर से इस घटना पर आधिकारिक बयान फिलहाल जारी नहीं किया गया है।

क्यों निकाला जाता है ईंधन?

बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर जैसे विमानों में कई स्तरों पर सुरक्षा प्रणालियां मौजूद होती हैं। इसके बावजूद, किसी भी तकनीकी गड़बड़ी की स्थिति में विमान की सुरक्षित लैंडिंग के लिए वजन कम करना आवश्यक हो जाता है। इसी कारण हवा में अतिरिक्त ईंधन निकाला जाता है। यह कदम यात्रियों की सुरक्षा और विमान की संरचनात्मक स्थिति को बनाए रखने के लिए अहम होता है।