जहां देश के अधिकांश हिस्सों में शादियों को दिखावे और भव्यता का प्रतीक माना जाता है, वहीं कर्नाटक के एक व्यक्ति ने अपनी सादगी और समाजसेवा से सबका ध्यान खींचा है। बेंगलुरु ग्रामीण जिले के होसकोटे तालुक के निवासी रामू ने अपने बेटे की शादी को एक यादगार सामाजिक पहल में बदल दिया।
रामू ने अपने बेटे की शादी को साधारण ढंग से संपन्न किया, लेकिन खास बात यह रही कि इसी समारोह के दौरान उन्होंने 11 अन्य जरूरतमंद जोड़ों का भी विवाह करवाया। यह आयोजन कंबलीपुरा के कटेरम्मा मंदिर में विधि-विधान से सम्पन्न हुआ।
सामूहिक विवाह, खुद किया सारा प्रबंध
रामू ने न केवल इन 11 जोड़ों की शादी का खर्च वहन किया, बल्कि सभी रस्मों और जरूरतों का प्रबंध भी स्वयं किया। हर जोड़े को साड़ी, वस्त्र, सोने की थाली और 10,000 रुपये नकद भेंट किए गए। साथ ही, समारोह में आए उनके परिजनों के लिए भोजन और स्वागत की भी समुचित व्यवस्था की गई।
इस सामूहिक विवाह कार्यक्रम की पूरे इलाके में सराहना हो रही है। रामू का यह मानवीय और अनुकरणीय कदम उन लोगों के लिए प्रेरणा बन गया है जो शादियों को सिर्फ दिखावे का माध्यम मानते हैं।