थरूर को नहीं दी बोलने की छूट, भाजपा का तंज- कांग्रेस पाकिस्तान को खुश करने में लगी थी

भाजपा सांसद बैजयंत जय पांडा ने सोमवार को लोकसभा में कांग्रेस पार्टी पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपने ही वरिष्ठ सांसद और प्रभावशाली वक्ता शशि थरूर को संसद में अपनी बात रखने नहीं देती। ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सदन में आयोजित विशेष चर्चा के दौरान पांडा ने कहा कि आतंकवाद के विरुद्ध भारत की निर्णायक कार्रवाई की चर्चा में भागीदारी के बजाय कांग्रेस के कई नेता चुप हैं, जबकि थरूर जैसे लोग देशहित में खुलकर बोलने के लिए जाने जाते हैं।

पांडा ने कहा, “कांग्रेस में कई नेता हैं जो बेहतरीन वक्ता हैं। मेरे मित्र शशि थरूर उनमें से एक हैं, लेकिन उन्हें बोलने नहीं दिया जाता।” उन्होंने कहा कि थरूर पूर्व में भी राष्ट्रीय हित में अपनी राय रखते रहे हैं। वहीं सूत्रों का कहना है कि जब पार्टी ने थरूर से पूछा कि क्या वे इस बहस में हिस्सा लेना चाहेंगे, तो उन्होंने इनकार कर दिया। बता दें, थरूर ने हाल ही में अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया था।

थरूर की भूमिका को लेकर पार्टी में असमंजस

अटकलें लगाई जा रही हैं कि थरूर को क्या पार्टी की तरफ से इस विषय पर बोलने की अनुमति दी जाएगी, क्योंकि उन्होंने पहलगाम हमले के बाद सरकार की कार्रवाई का समर्थन किया था। यह माना जा रहा है कि उनके इस रुख से पार्टी के साथ उनके संबंधों में दूरी आई है।

पूर्ववर्ती सरकारों की नीति पर सवाल

पांडा ने पूर्व कांग्रेस सरकारों की नीति की आलोचना करते हुए कहा कि वे पाकिस्तान के साथ सहयोग की बात तो करती थीं, लेकिन ठोस जवाबी कार्रवाई से परहेज करती थीं। उन्होंने खुद भी मई महीने में उन सांसदों में शुमार थे, जिन्होंने वैश्विक मंच पर आतंक के खिलाफ भारत का पक्ष रखा था।

‘मोदी का सिद्धांत है निर्णायक कार्रवाई’

केंद्रपाड़ा से सांसद पांडा ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर आतंकियों पर लक्षित था, न कि आम नागरिकों पर। यह कोई तत्काल प्रतिक्रिया नहीं, बल्कि एक स्थायी नीति है जो अब पाकिस्तान समझ चुका है। उन्होंने विपक्ष पर भी निशाना साधा कि वह सशस्त्र बलों की बजाय पाकिस्तान के दुष्प्रचार में उलझता है।

‘युद्धविराम पर पाकिस्तान के कहने पर रुका अभियान’

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पूर्व में भारत पर युद्धविराम थोपे जाने का कारण पाकिस्तान के अनुरोध थे, और कांग्रेस सरकारों ने इसे मान लिया। उन्होंने कहा कि विपक्ष पाकिस्तान के झूठे बयानों पर भरोसा करता है, जबकि ज़मीनी हकीकत अलग है।

कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने उठाए सवाल

इस बीच कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने सरकार से पाकिस्तान के साथ क्रिकेट संबंध समाप्त करने की मांग की। उन्होंने रक्षा बजट में बढ़ोतरी और सेना के आधुनिकीकरण पर बल दिया। हुड्डा ने यह भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत-पाक संबंधों को लेकर किए गए 28 दावों पर कभी सार्वजनिक रूप से आपत्ति नहीं जताई।

अमेरिकी कंपनियों को लेकर कांग्रेस की मांग

हुड्डा ने सरकार से यह भी कहा कि यदि अमेरिका भारत-पाक मुद्दों में हस्तक्षेप करता है तो भारत को अमेरिका की फास्ट फूड चेन कंपनियों, विशेषकर मैकडॉनल्ड्स, के संचालन पर पुनर्विचार करना चाहिए। उन्होंने सरकार से यह भी आग्रह किया कि युद्धविराम की शर्तों को सार्वजनिक किया जाए और अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थाओं से पाकिस्तान को मिलने वाले ऋण पर रोक के लिए सख्त प्रयास किए जाएं।

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