नई दिल्ली: केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) ने शुक्रवार को बताया कि दिल्ली में तीन दिनों तक जारी ‘गंभीर’ वायु गुणवत्ता का दौर थम गया है। शाम चार बजे जारी बुलेटिन के अनुसार शहर का समग्र एक्यूआई 387 पर पहुंच गया, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है।

हालांकि राहत के बावजूद राजधानी के निगरानी केंद्रों ने जहरीली हवा का रिकॉर्ड करना जारी रखा। 39 निगरानी केंद्रों में से 12 केंद्र ‘गंभीर’ और 24 केंद्र ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज हुए। वजीरपुर में एक्यूआई 433 और बवाना में 429 रिकॉर्ड किया गया। वायु में पीएम 10 और पीएम 2.5 सूक्ष्म कण प्रमुख प्रदूषक बने हुए हैं।

देश भर में प्रदूषण के मामले में बुलंदशहर का एक्यूआई 404 के साथ सबसे ऊपर रहा, जबकि बहादुरगढ़ का 388 रहा। स्विस एप IQAir के अनुसार, सुबह साढ़े नौ बजे दिल्ली का AQI 386 था, जो रात साढ़े नौ बजे 437 तक पहुंच गया।

आईआईटीएम पुणे के डिसीजन सपोर्ट सिस्टम (DSS) के अनुसार, दिल्ली के वायु प्रदूषण में पराली जलाने का योगदान 8.5 प्रतिशत रहा, जबकि परिवहन उत्सर्जन का हिस्सा 19.8 प्रतिशत था। अगले दिन पराली जलाने का योगदान बढ़कर 16.3 प्रतिशत होने की संभावना है। उपग्रह डेटा से गुरुवार को पंजाब में 72, हरियाणा में 15 और उत्तर प्रदेश में 293 खेतों में आग लगने की पुष्टि हुई।

मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार को अधिकतम तापमान 26.4 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 10.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हवा में नमी का स्तर 95 से 42 प्रतिशत के बीच रहा।

शनिवार के लिए मौसम पूर्वानुमान में हल्का कोहरा रहने का संकेत है। अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 10 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।