हरियाणा के नूंह जिले में सावन के पहले सोमवार, 14 जुलाई को ब्रजमंडल जलाभिषेक यात्रा का आयोजन नल्हड़ महादेव, झिरकेश्वर महादेव, फिरोजपुर झिरका और श्रृंगेश्वर महादेव मंदिर, सिंगार में किया जाएगा। प्रशासन ने यात्रा की सफलता और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्थानीय सहयोग से सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। इस धार्मिक यात्रा में मंत्री और विधायक के शामिल होने की संभावना है। वहीं, राज्य गृह विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव ने जिले में अगले 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएं और बल्क एसएमएस पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया है।
तीनों ओर से निगरानी के पुख्ता इंतजाम
किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए जल, थल और आकाश—तीनों ओर से निगरानी की व्यवस्था की गई है। रविवार को एडीजीपी (कानून-व्यवस्था) संजय कुमार और आईजी नाजनीन भसीन ने लघु सचिवालय में अधिकारियों के साथ बैठक कर दिशा-निर्देश जारी किए कि यात्रा सौहार्दपूर्ण और शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हो। सभी अधिकारी अपने क्षेत्रों में जाकर स्थानीय लोगों व संगठनों से संपर्क बनाए रखें।
रात में गश्त और पहाड़ी क्षेत्रों पर विशेष नजर
रात के समय गश्त बढ़ा दी गई है और पहाड़ी इलाकों में गहन जांच अभियान चलाया जा रहा है। जिले के सभी प्रमुख प्रवेश और निकासी मार्गों पर सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। सुरक्षा के लिए पुलिस और अर्धसैनिक बलों की 22 टुकड़ियां, घुड़सवार दस्ते, डॉग स्क्वॉड, बम निरोधक दस्ते और नाइट विजन ड्रोन सक्रिय किए गए हैं।
मीट-मछली और पटाखों पर प्रतिबंध
उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने जानकारी दी कि 24 ड्यूटी मजिस्ट्रेटों की तैनाती की गई है जबकि 12 को रिजर्व में रखा गया है। धारा 163 के अंतर्गत ड्रोन उड़ाने, पटाखों के उपयोग और मीट-मछली की बिक्री पर रोक लगाई गई है। गांवों में तालमेल बनाए रखने की जिम्मेदारी पटवारी, ग्राम सचिव और सरपंचों को सौंपी गई है।
प्रशासनिक अभियान और फ्लैग मार्च
तीनों धार्मिक स्थलों के आसपास 14 जुलाई को मांस-मछली की बिक्री, प्रदर्शनी और हैंडलिंग पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगी। रविवार को प्रशासन ने खुली मीट दुकानों और अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया। आंबेडकर चौक पर रेहड़ियों को हटाया गया। शाम के समय स्थानीय पुलिस और आरएएफ ने नूंह शहर में संयुक्त फ्लैग मार्च निकालकर सुरक्षा का संदेश दिया।