डोभ गांव निवासी मगन उर्फ अजय की आत्महत्या मामले में मुख्य आरोपी उसकी पत्नी दिव्या पूछताछ के दौरान पुलिस को लगातार गुमराह कर रही है। पहले उसने दावा किया था कि मोबाइल फोन दिल्ली में एक परिचित को सौंपा गया है, लेकिन अब वह कह रही है कि मोबाइल चंडीगढ़ में किसी जान-पहचान वाले के पास है।
शुक्रवार को एक दिन की रिमांड पूरी होने के बाद पुलिस ने दिव्या को फिर अदालत में पेश किया, जहां से उसे दोबारा एक दिन के रिमांड पर भेजा गया। पुलिस का कहना है कि केस की जांच के लिए दिव्या के पास मौजूद मोबाइल फोन की बरामदगी बेहद जरूरी है, जिसमें कई अहम साक्ष्य हो सकते हैं।
मामले की सुनवाई के दौरान बचाव पक्ष ने आपत्ति जताई कि पुलिस केवल रिमांड बढ़ाने का बहाना कर रही है, जबकि कोई ठोस कारण नहीं है। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद जेएमआईसी रवि अमितोज की अदालत ने पुलिस को एक दिन का और रिमांड प्रदान कर दिया।
जांच अधिकारी एएसआई संजय यादव के अनुसार, पुलिस को बैंक लेनदेन से जुड़ा रिकार्ड मिला है, जिससे मृतक मगन और उसकी पत्नी दिव्या के बीच वित्तीय लेन-देन की पुष्टि होती है। साथ ही, कुछ नकद राशि की बरामदगी भी अब तक बाकी है।
गौरतलब है कि 18 जून 2025 को मगन ने अपने घर में फांसी लगाकर जान दे दी थी। आत्महत्या से पहले उसने सोशल मीडिया पर दो वीडियो अपलोड किए थे, जिनमें उसने पत्नी दिव्या और उसके कथित प्रेमी दीपक पर गंभीर आरोप लगाए थे। इसके आधार पर पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया था।
महाराष्ट्र पुलिस में कार्यरत दीपक को हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत मिल चुकी है, जबकि दिव्या को रोहतक पुलिस ने गोवा पुलिस की सहायता से गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद गुरुवार को उसे अदालत में पेश कर एक दिन का रिमांड लिया गया था, जिसे अब एक दिन और बढ़ा दिया गया है।