बुढ़ाना। कस्बा निवासी पीएसी के जवान गुलजार का पार्थिव शरीर शनिवार सुबह बुढ़ाना पहुंचते ही पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। तिरंगे में लिपटे जवान के शव को अंतिम दर्शन के लिए उनके आवास पर रखा गया, जहां परिजनों के साथ-साथ कस्बे और ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। गमगीन माहौल में बाद में पार्थिव शरीर को कब्रिस्तान ले जाया गया, जहां पीएसी के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर के साथ शोक सलामी दी। इसके बाद पूरे सम्मान के साथ जवान को सुपुर्द-ए-खाक किया गया।
पीएसी जवान गुलजार के पिता शराफत अली ने बताया कि वे मूल रूप से क्षेत्र के गांव बिटावदा के निवासी हैं। वर्ष 2013 के दंगों के बाद परिवार बुढ़ाना के सठेड़ी रोड क्षेत्र में आकर बस गया था। गुलजार वर्ष 2019 में पीएसी की 39वीं वाहिनी, गौतमबुद्धनगर में भर्ती हुआ था। वर्तमान में उसकी ड्यूटी लखनऊ में एक मंत्री के सरकारी आवास पर लगी हुई थी। ड्यूटी के दौरान ही उसकी मौत हो गई, जिसकी सूचना मिलने पर परिवार में कोहराम मच गया।
शनिवार सुबह करीब सात बजे जवान का पार्थिव शरीर बुढ़ाना पहुंचा। शव को तिरंगे में लपेटकर घर के आंगन में रखा गया। पति का शव देखते ही पत्नी सितारा बेसुध होकर गिर पड़ीं, जिन्हें परिजनों ने संभाला। अंतिम संस्कार के दौरान क्षेत्र के गणमान्य लोग, पीएसी के अधिकारी और जवान मौजूद रहे।
पीएसी जवान गुलजार अपने पीछे पत्नी, आठ माह की मासूम बेटी, माता-पिता और भाई-बहनों को रोता-बिलखता छोड़ गया है। पिता शराफत अली ट्रैक्टर मैकेनिक हैं और बागपत के खेकड़ा में कार्य करते हैं। छोटा भाई फरीद आईटीआई पास है और रोजगार की तलाश में है। बहन फरीन का विवाह हो चुका है, जबकि छोटी बहन हिना अविवाहित है। जवान की शादी करीब डेढ़ वर्ष पूर्व शामली जनपद के गांव इस्सोपुर निवासी सितारा से हुई थी।