मुजफ्फरनगर। ऊर्जा बचत को बढ़ावा देने और उद्योगों की लागत घटाने के उद्देश्य से ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिशिएंसी (BEE) के सहयोग से शहर में एक जागरूकता कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यक्रम में केंद्र सरकार की अदिति योजना के तहत पेपर मिल उद्योगों को मिलने वाली वित्तीय सहायता और ब्याज में छूट की जानकारी दी गई।
भोपा रोड स्थित एक होटल में आयोजित इस कार्यशाला में पेपर मिल संचालकों को अदिति (Assistance in Deployment of Energy Efficient Technologies in Industries and Establishments) योजना के अंतर्गत एमएसएमई इकाइयों की भागीदारी को लेकर विस्तार से समझाया गया। जनपद स्तर पर पेपर मिल सेक्टर को इस योजना के लिए प्राथमिकता के आधार पर चुना गया है।
कार्यशाला में बताया गया कि यदि कोई उद्योग ऊर्जा दक्ष तकनीक अपनाने के लिए ऋण लेता है, तो उसे तीन वर्षों तक ब्याज पर 15 प्रतिशत तक की राहत मिल सकती है। इसका उद्देश्य उद्योगों की ऊर्जा खपत कम कर उत्पादन लागत घटाना और पर्यावरण संरक्षण को मजबूती देना है।
कार्यक्रम का उद्घाटन यूपी पेपर मिल एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन पंकज अग्रवाल ने किया। उन्होंने कहा कि मुजफ्फरनगर और सहारनपुर की पेपर मिलों के साथ-साथ अन्य औद्योगिक इकाइयों को भी इस योजना से जोड़ा गया है, जिससे क्षेत्रीय उद्योगों को बड़ा लाभ मिलेगा।
अदिति योजना के प्रोग्राम मैनेजर गिरजा शंकर ने योजना की रूपरेखा, लाभ, पात्रता और आवेदन प्रक्रिया पर प्रकाश डाला। उन्होंने ईओआई (एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट) फॉर्म भरने की प्रक्रिया, आवश्यक दस्तावेजों और चयन मानकों के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी।
कार्यशाला के समापन पर आयोजकों ने उद्योगपतियों से समय रहते आवेदन करने और योजना का अधिकतम लाभ उठाने की अपील की। इस दौरान बैंक प्रतिनिधियों ने एमएसएमई इकाइयों को मिलने वाले ऋण और सब्सिडी विकल्पों की जानकारी भी साझा की।
कार्यक्रम में योगेंद्र कुमार, अखिल शर्मा, अंकुर अग्रवाल, अजय पंवार, अभिषेक पालीवाल, अमित गर्ग समेत कई उद्योग प्रतिनिधि मौजूद रहे।