सीएम योगी ने एक इंटरव्यू में ज्ञानवापी को मस्जिद न कहे जाने पर जोर दिया। मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन है। उन्होंने ज्ञानवापी मस्जिद में त्रिशूल बने होने की बात कही। मुख्यमंत्री के ताजा बयान पर राजनीतिक दलों के नेताओं की राय अलग है। हालांकि भाजपा नेताओं ने मुख्यमंत्री के बयान का समर्थन किया।
ज्ञानवापी मामला आस्था का सवाल: कपिल देव
राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि मामला भले ही न्यायालय में विचाराधीन हो लेकिन यह हिंदुओं के आस्थाओं का सवाल है। उन्होंने कहा कि वह ज्ञानवापी के मामले में मुख्यमंत्री के साथ हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में वह मुख्यमंत्री के बयान का समर्थन करते हैं।

सपा जिला अध्यक्ष जिया चौधरी
न्यायालय के निर्णय से तय होगा मामला: ज़िया चौधरी
सपा जिलाअध्यक्ष जिया चौधरी का कहना है कि लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहा है। ऐसे में भाजपा ज्ञानवापी मस्जिद जैसे मुद्दे का राजनीतिकरण करना चाहती है। देश का कोई भी नेता संविधान से ऊपर नहीं है। ज्ञानवापी मस्जिद का मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन है। इसमें हाईकोर्ट का निर्णय ही अंतिम रूप से सबके लिए मान्य होगा।

भाजपा जिला अध्यक्ष विजय शुक्ला
लोगों को दिशा दिखा रहे CM: विजय शुक्ला
भाजपा जिलाध्यक्ष विजय शुक्ला का कहना है कि मुख्यमंत्री प्रदेश के लोगों को दिशा दिखा रहे हैं। ज्ञानवापी मामले में उनका बयान अपने आप में निर्णयकारी है। प्रदेश में भाईचारा कायम है। ऐसे में मुख्यमंत्री ने अपने बयान से इस दिशा में एक कदम और आगे बढ़ाया है।

सपा विधायक पंकज मलिक
ज्ञानवापी मामले में कोर्ट का निर्णय सर्वोपरि होगा: पंकज मलिक
सपा विधायक पंकज मलिक का कहना है कि मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन है। मुख्यमंत्री या कोई अन्य देश और प्रदेश का नेता यदि बयान देता है तो वह उसकी निजी राय है। देश संविधान से चल रहा है और ज्ञानवापी मस्जिद का मामला भी कोर्ट में विचाराधीन है। इसमें न्यायालय का जो फैसला आएगा वह सभी को स्वीकार्य होगा।

बसपा जिला अध्यक्ष सतीश रवि
कोर्ट के निर्णय से तय होना चाहिए मामला: सतीश रवि
बसपा जिलाध्यक्ष सतीश रवि का कहना है कि मामला न्यायालय में विचाराधीन है। इस मामले में कोई कुछ भी कहता है वह उसकी निजी राय मानी जानी चाहिए।