अमृत भारत योजना के तहत कन्नौज रेलवे स्टेशन पर बन रहे भवन पर लिंटर डालते समय शनिवार को हादसा हो गया था। इसके बाद रेलवे के सीनियर सेक्शन इंजीनियर (कार्य) ने ठेकेदार और इंजीनियर के खिलाफ लापरवाही बरतने, जान जोखिम में डालने और रेलवे एक्ट में मुकदमा दर्ज कराया है। जीआरपी की जांच में कई अन्य नाम भी सामने आने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि, जिम्मेदार घटना के बाद से फरार हैं।

सीनियर सेक्शन इंजीनियर (कार्य) विपुल माथुर की तहरीर पर जीआरपी थाने में बलिया के सुभाषनगर की मेसर्स आशुतोष इंटरप्राइजेज के मालिक रामविलास राय, उनके इंजीनियर सूरज प्रकाश राय के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। इसमें कहा गया कि कन्नौज स्टेशन के प्लेटफार्म एक पर भवन निर्माण चल रहा है। ठेकेदार और इंजीनियर की ओर से स्लैब की कास्टिंग का काम किया जा रहा था। तीनों स्थानों पर कास्टिंग करने के लिए एक लिफ्ट मशीन और बढ़ाकर दोनों ओर से सुबह नौ बजे काम शुरू किया गया था। दोपहर ढाई बजे के करीब अचानक स्लैब और बीम की शटरिंग गिर गई।

इसमें ठेकेदार के 24 श्रमिक घायल हो गए। इन्हें मेडिकल काॅलेज और जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। नामजदों ने रेलवे कार्य में लापरवाही बरतकर बाधा उत्पन्न की है। इससे श्रमिकों को चोटें आईं और रेलवे की छवि धूमिल हुई। थानाध्यक्ष संदीप तोमर ने बताया कि जांच शुरू की गई है। फिलहाल इस जांच में जिम्मेदार अन्य लोगों को भी शामिल किया जाएगा। आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास शुरू किए जा रहे हैं।