कुख्यात संजीव जीवा के साथ धोखाधड़ी, बंधक बनाने, रंगदारी मांगने सहित अन्‍य गंभीर मामलों में सह आरोपी बनाए गए कई नेताओं की भाजपा ज्‍वाइनिंग के बावजूद अरेस्टिंग हो गई। इनमें सपा छोड़कर आए पार्टी के पूर्व जिला कोषाध्‍यक्ष सचिन अग्रवाल उर्फ सचिन पटाखा सहित रालोद युवा नेता रहे और हाल में ही भाजपा ज्‍वाइन करने वाले शुभम बंसल सहित पूर्व सभासद प्रवीण कुमार पीटर भी शामिल हैं। पुलिस ने सभी आरोपियों पर देर रात गैंगस्टर में मुकदमा दर्ज किया था।

नई मंडी संजय मार्ग पटेल नगर निवासी कारोबारी मनीष गुप्ता ने 2022 में मुकदमा दर्ज कराते हुए आरोप लगाया था कि लक्ष्मण विहार नई मंडी निवासी सुनील गोयल से उनके डेयरी प्लांट का सौदा उन्होंने वर्ष 2018 में चार करोड़ एक लाख में किया था। 11 जुलाई 2018 से डेयरी का संचालन किया। उसमें पटेल नगर निवासी सचिन अग्रवाल को साझेदार रखा। सचिन अग्रवाल ने कोई भुगतान न कर आधी साझेदारी का दबाव बनाया।

घर आकर दी थी धमकी

9 फरवरी 2019 को सचिन ने अमित गोयल उर्फ अमित बौना व अमित माहेश्वरी को उनके घर भेजा। सचिन भी कई लोगों के साथ आया और तमंचे से फायर किया। संजीव जीवा के नाम की धमकी देने लगे। उनकी पत्नी के फोन करने पर पुलिस आई लेकिन सभी आरोपी फरार हो गए। घबराकर परिवार सहित पीड़ित ने अलीगढ़ रहना शुरू कर दिया और डेढ़ साल बाद वापस आए।

मामला सुलझाने को मांगे थे 13 लाख

अगस्त 2020 में सचिन ने मामला सुलझाने के लिए पंचमुखी स्थित प्रवीण मित्तल पीटर के घर बुलाया। आरोप था कि बंधक बनाकर शुभम बंसल, शैंकी, सचिन व प्रवीण ने पीटा। कनपटी से तमंचा लगाते हुए हत्या की धमकी देकर 13 लाख देने को कहा। इस रकम का भुगतान कराया गया। उक्‍त मुकदमे की विवेचना सहारनपुर क्राइम ब्रांच ने की।

सहारनपुर क्राइम ब्रांच ने विवेचना के बाद आरोपियों के विरुद़ध कोर्ट में चार्जशीट लगा दी थी। कोर्ट में चार्जशीट जमा होने के बाद सोमवार देर सांय नई मंडी कोतवाली पुलिस ने सभी आरोपियों पर गैंगस्‍टर एक्‍ट के तहत कार्रवाई करते हुए मुकदमा दर्ज कर देर रात पूर्व सभासद प्रवीण पीटर, सचिन अग्रवाल और शुभम बंसल को अरेस्‍ट कर लिया।