शामली। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) शामली के चिकित्साधीक्षक डॉ. दीपक कुमार के कैंप कार्यालय में करीब पंद्रह दिन पहले हुई चोरी की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। जांच में खुलासा हुआ कि वारदात किसी बाहरी व्यक्ति ने नहीं, बल्कि वहीं काम करने वाला सफाईकर्मी ही निकला। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर उसके पास से 32 हजार रुपये और चोरी में प्रयुक्त बिसौली बरामद की है।

जानकारी के मुताबिक, डॉ. दीपक कुमार, जो भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत के दामाद भी हैं, 19 अक्तूबर की शाम अपने पैतृक गांव टांडा माजरा (क्षेत्र बुढ़ाना) गए हुए थे। 21 अक्तूबर की सुबह जब वे लौटे तो उन्होंने देखा कि कैंप कार्यालय में रखी अलमारी टूटी हुई है और लॉकर से नकदी गायब है। उन्होंने तत्काल शहर कोतवाली में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई और लगभग साढ़े पांच लाख रुपये चोरी होने की बात कही।

मामले की जांच चल रही थी, लेकिन जब एक सप्ताह तक चोरी का खुलासा नहीं हुआ तो पिछले बुधवार को सीएचसी के चिकित्सकों और कर्मचारियों ने ओपीडी बंद कर कोतवाली पहुंचकर धरना दिया। सीओ सिटी के आश्वासन के बाद प्रदर्शन समाप्त हुआ।

सोमवार को पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए सीएचसी के आउटसोर्स सफाई कर्मचारी विपिन कुमार, निवासी गांव बधेवथाना (आदर्श मंडी), को गिरफ्तार कर लिया। सीओ सिटी अमरदीप मौर्य ने बताया कि आरोपी से पूछताछ में सामने आया कि वह नियमित रूप से चिकित्साधीक्षक के कैंप कार्यालय में झाड़ू लगाने जाता था। डॉक्टर ने सुविधा के लिए उसे बाहर के दरवाजे की चाबी दे रखी थी।

दीपावली के दौरान जब डॉक्टर अपने गांव गए हुए थे, तभी विपिन ने मौके का फायदा उठाया। उसने बाहर का दरवाजा चाबी से खोला और अंदर अलमारी को बिसौली से तोड़कर लगभग 60 हजार रुपये निकाल लिए। आरोपी ने त्योहार पर कुछ रकम खर्च कर दी थी, जबकि शेष 32 हजार रुपये पुलिस ने उसके कब्जे से बरामद किए।

हालांकि, चिकित्साधीक्षक डॉ. दीपक कुमार का कहना है कि उनके कार्यालय से करीब साढ़े पांच लाख रुपये चोरी हुए थे, न कि 60 हजार। उन्होंने कहा कि पुलिस की ओर से उन्हें अब तक आधिकारिक रूप से मामले के खुलासे की जानकारी नहीं दी गई है।