उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के बाद जगदीप धनखड़ को केंद्र सरकार की ओर से टाइप-8 श्रेणी का आधिकारिक आवास उपलब्ध कराया जाएगा। यह जानकारी मंगलवार को केंद्रीय आवास और शहरी कार्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी। धनखड़ हाल ही में ‘उपराष्ट्रपति एन्क्लेव’ में रह रहे थे, जो संसद भवन के नजदीक चर्च रोड पर स्थित है। यह विशेष परिसर सेंट्रल विस्टा परियोजना के अंतर्गत विकसित किया गया था। अब पद छोड़ने के बाद उन्हें यह सरकारी आवास खाली करना होगा।
क्या होता है टाइप-8 बंगला?
टाइप-8 श्रेणी के सरकारी आवास देश के वरिष्ठ केंद्रीय मंत्रियों, राष्ट्रीय राजनीतिक दलों के प्रमुखों या अन्य उच्च संवैधानिक पदों पर आसीन रह चुके लोगों को दिए जाते हैं। ये बंगले दिल्ली के लुटियंस ज़ोन जैसे वीवीआईपी क्षेत्रों में स्थित होते हैं और उच्च श्रेणी की सुविधाओं से लैस होते हैं।
धनखड़ का इस्तीफा और विपक्ष की प्रतिक्रिया
धनखड़ ने सोमवार को निजी स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि विपक्षी दलों, विशेषकर कांग्रेस, ने इस पर संदेह जताते हुए कहा है कि इस फैसले के पीछे “स्वास्थ्य से कहीं अधिक गंभीर कारण” हो सकते हैं।
बिना विदाई समारोह के विदा
सरकारी सूत्रों के अनुसार, धनखड़ के लिए कोई औपचारिक विदाई समारोह आयोजित नहीं किया जाएगा। राज्यसभा में मंगलवार को उपसभापति पैनल के सदस्य और भाजपा सांसद घनश्याम तिवारी ने जानकारी दी कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। उन्होंने यह भी बताया कि गृह मंत्रालय ने इसे संविधान के अनुच्छेद 67A के तहत तत्काल प्रभाव से मान्य कर दिया है।
अब आगे क्या?
भारत के उपराष्ट्रपति का चुनाव संसद के दोनों सदनों के सदस्य मिलकर करते हैं। यह प्रक्रिया गोपनीय मतदान और आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली के तहत संपन्न होती है। संविधान में यह प्रावधान है कि उपराष्ट्रपति का पद खाली होने पर “यथाशीघ्र” चुनाव कराए जाने चाहिए, हालांकि इसके लिए कोई निश्चित समयसीमा निर्धारित नहीं की गई है। अनुमान है कि जल्द ही चुनाव की प्रक्रिया शुरू की जाएगी और जो भी उम्मीदवार चुना जाएगा, वह पदभार संभालने की तारीख से पांच साल के कार्यकाल के लिए नियुक्त होगा।